
Hazratji Maulana Yousuf ताज़ियतनामा| Dawat-e-Tabligh
Hazratji Maulana Yousuf ताज़ियतनामा, इसे उन्होंने बरक़रार ही नहीं रखा, बल्कि इसमें और चार चांद लगा दिए थे।.... ताज़ियतनामा - मौलाना अब्दुल माजिद दरियाबादी, एडीटर 'सिदके जदीद’ शेखुत्तब्लीग़ मौलाना मुहम्मद यूसुफ़ कांधलवी सुम-म देहलवी की शख्सियत हिन्दुस्तानगीर (ओल इंडिया) सी नहीं रही थी, ओल वर्ल्ड (आफ़ाक़गीर) हो चुकी थी। बर्मा, जापान वग़ैरह तो फिर एशिया ही के मुल्क हैं। इनकी तब्लीग़ी जमाअतें तो ईमान का कलिमा पढ़ती हुई, यूरोप और अफ्रीक़ा और अमरीका के मुल्कों तक पहुंच चुकी थीं और कितनों को कलिमा शहादत पढ़ा चुकी थीं। एक हैरतअंगेज़ जादुई-सा दीनी निज़ाम उनकी मनातीसी शख़्सियत ने, इस बेदीनी के दौर में, दुनिया भर में क़ायम कर दिया था और इस तहरीक की जो क़ियादत इन्हें अपने वालिद माजिद मौलाना मुहम्मद इलयास रहमतुल्लाहि अलैहि से वरसे में…