Allah दिखाई kyu नहीं देते?|Hazratji Molana Yousuf Bayan in Hindi| Dawat-e-Tabligh

Allah को किसी और चीज़ की ज़रूरत नहीं। वह जो कुछ करता है, अपनी क़ुदरत के साथ करता है। सब ख़ुदा की मुहताज हैं,

Allah कितने बड़े हैं?- Hazratji Yousuf

Allah दिखाई kyu नहीं देते?

सबसे पहली बात! अल्लहु अक्बर! जमीन, आसमान, हवा, पानी, आग, पहाड़ जितनी छोटी-बड़ी शक्लें हैं, इन सबसे अल्लाह बहुत बड़े हैं। वह हवा, जिसको ख़ुदा अगर मश्क़ि से मरिब तक एक दिन के लिए तेज़ चला दें, या आधा दिन के लिए, तो मूसा अलैहि० व ईसा अलैहि० के हाथों जितनी ईजादें हैं और उनके पीछे चलने वाले जितनी शक्लें लिए बैठे हैं, वे रूए ज़मीन से आधे दिन में साफ़ हो जाएं, अगर आद जैसी हवा चला दें, सब फ़ना हो जाएं। अल्लाह उस हवा से बहुत बड़ा है। तुम्हारे हाथों की शक्लें तो हवा के सामने कुछ नहीं और हवा अल्लाह के सामने कुछ नहीं। यह आग अगर मशिरक्क़ से मरिब तक लगा दी जाए, जितनी उसमें शक्लें बनी हुई हैं, एक दिन की ताब न ला सकें और ये सारी राख हो जाएं जल कर और सारी ख़ाक हो जाएं, अगर मरिक़ से मग्रिब तक पूरी दुनिया में आग लगा दे ख़ुदा, तुम्हारे हाथों का बना हुआ इस आग के सामने कुछ नहीं। जो ख़ुदा की कायनात के ख़ज़ानों में आग है, यह सारी आग उस आग के सामने कुछ नहीं ।

अल्लाह बहुत बड़ा है। यह पूरी ज़मीन अगर उसे हिला दिया जाए और जामुनों की तरह जिस तरह जामुनों को नर्म करने के लिए बरतन को हिलाते हैं, अगर ख़ुदा कुछ मिनटों के लिए उसे हिला दें तो तुम्हारे हाथों से जो कुछ बना हुआ है, वह सारा ज़मीन के अन्दर मिलकर ख़त्म हो जाएगा। यह ज़मीन और तुम्हारे हाथों से जो कुछ इस पर बना है, अल्लाह के सामने कुछ भी नहीं। अल्लाह बहुत बड़ा है। अगर यह सारा कायनाती ख़ज़ानों में जिस क़दर पानी है, उसको पूरी दुनिया में भर दिया जाए तूफ़ाने नूह की तरह, तो यह इंसानों के हाथों का जिस क़दर बना हुआ है, एक दिन की ताब नहीं ला सकता। सारा टूट के ख़त्म हो जाएगा। तुम्हारे हाथों का बना हुआ पानी के सामने कुछ नहीं और पानी ख़ुदा के सामने कुछ नहीं, अल्लाहु अक्बर! अल्लाह बहुत बड़ा है, अल्लाह बहुत बड़ा है, अल्लाह की बड़ाई की तहकीक़ करो, कुरआन से अल्लाह की बड़ाई की तहकीक़ करो। हदीसों से अल्लाह जैसे बड़े हैं, वैसी बड़ाई दिल में उतारो। यक़ीन ऐसा पैदा करो, जितने वह बड़े हैं, जैसा वह पैदा करने में बड़े हैं, जैसा वह देने में बड़े हैं, जैसा वह पालने में बड़े हैं, जैसा वह हिफ़ाज़त करने में बड़े हैं, जैसा वह पकड़ने में बड़े हैं, जैसा वह ज़लील करने में बड़े हैं, जैसा वह बड़े हैं, उनकी बड़ाई को तुम ख़ाली अल्लाहु अक्बर कहकर नहीं जानोगे। तुम उनकी बड़ाई का क़ुरआन सुनो बैठकर, उनकी बड़ाई की हदीसें सुनो बैठकर ।

Allah कि बड़ाई दिल में उतारो– Hazratji Yousuf

दो की बड़ाई दिल में जमा नहीं हो सकती। ख़ुदावन्द कुद्दूस अपनी बड़ाई को उस वक्त तक नहीं मानेंगे, जब तक कि उनके दिल से बड़ाई निकल कर बाहर नहीं जाती। ख़ुदा की बड़ाई को बोलबोल कर, सुनसुन कर अपने दिलों में उतार लो और मुल्क माल और ज़मीन आसमान और राकेट और एटमियात और दुनिया भर के कारखाने और मिलें और दुनिया भर का सोना और चांदी और दुनिया भर का लोहा और पीतल, इन सबकी बड़ाई दिल से निकाल दो मरने से पहलेपहले, और मरने से पहलेपहले दिल में ख़ुदा की बड़ाई उतार लो। अगर ग़ैरों की बड़ाई को लेकर मरे तो रूसियाह उठोगे और वह पिटाई होगी कि अल अमान वल हफ़ीज़। इनकी बड़ाई को दिलों में यों जमाओ कि जितना कुछ आसमान और ज़मीन में है, यह कुछ नहीं है। अल्लाह माबूद है, अल्लाह मक़सूद है, अल्लाह मल्लूब है, अल्लाह इज़्ज़त देने वाले हैं, अल्लाह ग़ैरों के बग़ैर जो जी में आए अपनी कुदरत से कर दें और ग़ैरों से ख़ुदा के बगैर कुछ नहीं होगा। ग़ैरों से होने को दिल में उतार लो। जमीन से आसमान, मरिरव से मश्रिक़ तक, अपनी मेहनत का यक़ीन निकाल कर कि हमारी मेहनत से कुछ नहीं होगा ख़ुदा के बग़ैर ख़ुदा से तुम्हारी मेहनत के बगैर सब कुछ होता है। दुनिया की चीज़ों से कुछ और नहीं होता ख़ुदा के बग़ैर ख़ुदा से दुनिया की चीज़ों के बग़ैर सब कुछ होता है। अल्लाह को किसी और चीज़ की ज़रूरत नहीं। वह जो कुछ करता है, अपनी क़ुदरत के साथ करता है और जितनी उसमें शक्लें हमने बना रखी हैं, वे सारी शक्लें ख़ुदा की मुहताज हैं, इस यक़ीन को दिल में बिठा लो

Allah दिखाई नहीं देते– Hazratji Yousuf

अब अगर अल्लाह की बड़ाई दिल में उतारनी है और अल्लाह से अपनी जिंदगियों को बनवाना है, तो हमें जब अल्लाह दिखाई नहीं देते तो अल्लाह के एतबार से हम इस्तेमाल ख़ुद कैसे हो सकते हैं? जो चीज़ दिखाई देती है, उसके एतबार से हम इस्तेमाल ख़ुद हो जाएंगे, जो दिखाई देगा, वह अपने लिए इस्तेमाल का तरीक़ा ख़ुद तज्वीज़ करेगा, जो चीज़ दिखाई देगी, वह इस्तेमाल का तरीक़ा ख़ुद तज्वीज़ कर लेगी। ख़ुद माल दिखाई दे रहा है, इस्तेमाल का तरीक़ा आप ख़ुद तज्चीज़ कर लेंगे, लेकिन वह ख़ुदा सबसे बड़ा है और उसके अलावा सब छोटे हैं, उसी से सब कुछ होता है, उसके ग़ैर से कुछ होता ही नहीं, अब वह आपको दिखाई नहीं दे रहा, तो साहब बताइए! आप इसके एतबार से उसकी अज़्मत के एतबार से और उससे फ़ायदा हासिल करने के एतबार से आप इस्तेमाल का क्या तरीक़ा इस्तेमाल करते हैं?

Allah पर देखे बिना यक़ीन– Hazratji Yousuf

अब क्या करना होगा? अंधे के चलने की तर्कीींब यह है कि बीना की आवाज़ पर हरकत करने वाला बन जाए। यह है अंधे की कामयाबी का राज। अगर अंधा अंधेपन से चल दे तो या मोटर से टक्कर खाकर मरेगा या खम्भे से सर फूटेगा यां सांप को हाथ लगा देगा, वह काटेगा या भूखा मरेगा या प्यासा मरेगा या तिरयाक़ की जगह ज़हर खाएगा, मर जाएगा, टटोलता फिरेगा, चीजें खाने को हैं, लेकिन इधरउधर से गुज़र जाएगा। हाथ लगाकर तो नाबीना अपनी जिंदगी के मसलों का हल खोज लेगा, लेकिन अपनी हालतों का हल नाबीना अपने अंधेपन से नहीं कर सकता, उसे बीना की जरूरत है तो आवाज लगाई जा रही है कि सारी दुनिया के इंसान नाबीना है और वह जो बीना हैं, वह मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि सल्लम हैं ख़ुदा ने उन्हें आसमानों पर बुलाया, ख़ुदा ने अपनी ज्ञात को उन्हें दिखाया। ख़ुदा ने अपनी जन्नतदोजख उन्हें दिखलाई। 

Allah ने अच्छेबुरे अमलों का नफ़ानुक्सान उन्हें दिखलाया। ख़ुदा ने सूद पर जिंदगी किस तरह बिगड़ती है, मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि सल्लम सल्लम को अपनी आंख से दिखायाबिल्ली को भूखा मारने से और उसे बांधकर रखने से जिंदगी किस तरह बिगड़ती है, आंख से दिखाया, तो अल्लाह रब्बुल इज़्ज़त ने मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि सल्लम को बीना बनाया है। ख़ुदा की जात को देखा, ख़ुदा की जन्नत दोज़ख़ को देखा, ख़ुदा के बनाए हुए अच्छेबुरे नक्शों को अपनी आंख से देखा, इन वजहों के एतबार से सारे इंसान अंधे हैं। अब यह आवाज़ लगाई जा रही है कि अगर जिंदगी बनानी है कामयाब और अन्दर बुनियादें कामयाबी की बनानी हैं, तो दोतीन चीजें मेहनत करके बनाओ। ख़ुदा की बड़ाई को दिल में उतार लो। ख़ुदा से होना, गैर से होना दिल में उतार लो। ग़ैर का छोटा होना और ख़ुदा का बड़ा होना दिल में उतार लो और सबका अंधा होना और मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि सल्लम का बीना होना दिल में उतार लो और उसके बाद सब मश्क़ करो इस बात की कि बीना की आवाज़ पर इस्तेमाल होना जावे। 

पहले इस्तेमाल का तरीक़ा सीखो, तिजारत बाद में कीजियो। पहले बीना की आवाज़ पर तिजारत में इस्तेमाल होना सीखो। घर की जिंदगी बाद में बनाइयो, पहले बीना की आवाज़ पर घर की जिंदगी में इस्तेमाल होना सीखो, पैसे खर्च बाद में कीजियो, मकान बाद में बनाइयो, सारे काम बाद में कीजियो, पहले तो बीना की आवाज़ पर हरकत करना सीखो, उनकी आवाज़ पर खड़ा होना, उनकी आवाज़ पर बैठना, उनकी आवाज़ पर बोलना, उनकी आवाज़ पर सुनना, उनकी आवाज़ पर देखना, जिस तरह वह कहे, उस तरह झुक जाओ, जो बोलने को कहे, बोलो, जहां देखने को कहे देखो, खड़े होने में जहां देखने को कहा, वहां देखो, बैठने में जहां देखने को कहा, वहां देखो, यहां तक कि यह दिल में यक़ीन पैदा कर लो कि मैं तो अंधा हूं

Allah पालने वाले है– Hazratji Yousuf

ख़ुदा पालने वाला है, हुज़ूर सल्ल० के तरीक़े पर मेहनत करने से ख़ुदा पालता है, हुजूर सल्ल० का तरीका यह जुबान पर चढ़ जाए और ख़ुदा पालने वाला है, मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि सल्लम के तरीके पर मेहनत करके हाथ उठाएंगे, खुदा पालेगा, बस पहले नमाज पर मेहनत कर लो। 

हुजूर सल्ल० के तरीके पर नमाज़ पढ़नी सीख जाओ, उसकी दावत दो, उसके इल्म के हलकों में, फ़ज़ाइल में, मुजाकरों में, मसाइल के सीखनेसिखाने में, दुआओं में, कुरआन में, ज़िक्र में, तिलावत में और नमाजों में, यही हमारा घर में मेहनत का मैदान है, यही हमारा बाजार का नारा है, यही हमारा कोठियों का नारा है, यही हमारा हाकिमों के पास जाने का नारा है, कामयाबी के लिए नमाज है, मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि सल्लम जैसी नमाज़ बनाओ तो ख़ुदा कामयाबी के दरवाजे खोलेगा, पांच बातों पर नमाज़ ले आओ, नमाज़ मक़बूल हो जाएगी, दरवाजे खुल जाएंगे, कलिमे वाले यक्क्रीन पर कमाओ, कलिमे नमाज़ के फ़ज़ाइल वाला शौक़, मसाइल वाले तरीके, इखलास वाली नीयत हो जाएगी, अल्लाह वाला ध्यान, इन पांच चीजों पर नमाज़ आएगी, नमाज़ मक्चूल हो जाएगी, इन्हीं पांच पर कमाई आएगी, तो कमाई हुजूर सल्ल० वाले तरीक़े पर जाएगी। 

कलिमे वाले यक़ीन पर कमाओ। तुम्हारी शक्लों से पैसा नहीं मिलता, ख़ुदा के देने से मिलता है। हुजूर सल्ल० के तरीके पर आ जावेगी। कलिमे वाले यक़ीन पर कमाओ, तुम्हारी शक्लों से नहीं मिलता, ख़ुदा के देने से मिलता है, हुजूर सल्ल० पर कमाओगे, ख़ुदा तुम्हें बहुत कुछ देगा दुनिया में बहुत देगा। आख़िरत में फ़ज़ाइल के शौक़ पर, मसाइल के तरीक़ों पर, अल्लाह के ध्यान पर और इख्लास वाली नीयत पर जब कमाई आएगी इन पर, तो तुम्हारी ये कमाइयां तुम्हें जन्नत में पहुंचाएंगी। घर की जिंदगी इन पांच पर आएगी, तो घर की जिंदगी तुम्हें जन्नत में पहुंचाएगी।

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