अपने दीन के बारे में पूछने आया है, उसे नहीं मालूम कि दीन क्या है फ़रमाते है.. Chair में बैठ कर बयान करने की दलील Dawat~e~Tabligh in Hindi..

Chair में बैठ कर बयान करने की दलील
- कुर्सी पर बैठकर बयान करने की दलील
शैवान विन फर्रुख रिवायत करते हैं कि अबू रिफ़ाआ ने फ़रमाया कि में रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम की मजलिस में पहुंचा, आप सल्ल० खुत्बा फरमा रहे थे। वह फ़रमाते हैं कि मैंने अर्ज किया ऐ अल्लाह के रसूलः परदेसी आदमी है, अपने दीन के बारे में पूछने आया है उसे नहीं मालूम कि दीन क्या है फ़रमाते है कि आप सल्ल० मेरी तरफ़ मुतवज्जोह हुए और अपना खुतबा छोड़ दिया यहां तक तक मुझ तक पहुंच गये तो एक कुर्सी लाई गई जिसके पाए मेरे ख्याल से लोहे के थे। फ़रमाते हैं कि उस पर रसूलल्लाह सल्ल० बैठ गये और उस इल्म से जो अल्लाह ने आप सल्ल० को सिखाया था मुझे सिखाने लगे, तालीम देने लगे, फिर अपना खुत्बा पूरा किया।
-
क्या minnat (request) करना अच्छा है ? Dawat~e~Tabligh
-
Attahiyat सिखना | तशहूद Dawat~e~Tabligh
-
Hoor कैसे मिले गी ? | Hoor की महर Dawat~e~Tabligh