साहिबे दुर्रे मुख्तार जुमे (jumma) के दिन खास तरीके पर नाखून काटने की दो रिवायतें नक़ल करके लिखते हैं। नाखून कब काटना चाहिए? Dawat~e~Tabligh in Hindi…

नाखून कब काटना चाहिए?
- नाखून काटने का तरीक़ा
नाखून काटने का कोई ख़ास तरीक़ा या कोई ख़ास दिन आंहज़रत सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम से मंकूल नहीं है। साहिबे दुर्रे मुख्तार जुमे के दिन खास तरीके पर नाखून काटने की दो रिवायतें नक़ल करके लिखते हैं :
हाफ़िज़ इब्ने हजर अस्वलानी और इब्ने दक़ीकुल अब्द ने फ़रमाया : नाखून तराशने में कोई ख़ास कैफियत और कोई ख़ास दिन बिल्-यक़ीन हुजूर सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम से मन्कूल नहीं है। लिहाज़ा ऊपर दिए गये तरीके के मुस्तहब होने का एतिक़ाद जाइज़ नहीं है।
-बलुल मन्हूद, हिस्सा 1, पेज 33
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