
कामयाबी और नाकामी की हक़ीक़ी बुनियाद|Hazratji Molana Yousuf |Dawat-e-Tabligh
Allah अपनी कुदरत से इन्हीं चीज़ों से तुमको नफ़ा पहुंचाएगा और यह नफ़ा आख़िरत तक चलेगा... कामयाबी और नाकामी की हक़ीक़ी बुनियाद परिचय नीचे की तक़रीर हजरत मौलाना मुहम्मद यूसुफ़ रहमतुल्लाह अलैहि ने अपने आख़िरी सफ़र में ख़वास के एक इतिमाअ से फ़रमाई थी, जिसको हज़रत के एक ख़ास रफ़ीने सफ़र ने क़लमबंद किया था। उन्हीं की इनायत से यह हमको हासिल हुई है। हमने पाठकों के समझने की आसानी के लिए कहीं-कहीं लफ़्ज़ी तब्दीलियां की हैं। सब Allah करते हैं भाइयों, दोस्तो! कायनात में जो कुछ हो रहा है और होता है, उसके दो रुख हैं- एक रुख जाहिर का है और वह यह है कि चीज़ों में से चीजें निकल रही हैं और चीज़ों में से असरात और ख़वास जाहिर हो रहे हैं, जैसे मिट्टी से ग़ल्ला, ग़ल्ले…