Allah se दुआ ki Kavita-Dawat~e~Tabligh

Allah se दुआ ki Kavita-Dawat~e~Tabligh

तेरी अजमतों से हूँ बेख़बर, यह मेरी नज़र का क़सूर हैं। कहीं दिल की शर्त न डालना, अभी दिल निगाहों से दूर है। Allah se दुआ ki Kavita – Web Stories in Hindi Dawat~e~Tabligh…

Allah के रास्ते में kharch करने के फायदे Web Stories| Paiso में barkat – Dawat~e~Tabligh

Allah के रास्ते में kharch करने के फायदे Web Stories| Paiso में barkat- Dawat~e~Tabligh

Allah के लिए एक दिरहम ख़र्च कर, अल्लाह के ख़ज़ाने से दस दिरहम लो, Garib का Sadka Allah के रास्ते में kharch करने के फायदे Web Stories | Paiso में barkat- Dawat~e~Tabligh…. रोज़ी में बरकत के लिए नब्बी नुस्खा, ग़रीब साथी का सदका क़बूल करना

बुरी नजर, बद्दुआ, श्राप का असर Web Stories|Nazar utarne ka tarika – Dawat~e~Tabligh

बुरी नजर, बद्दुआ, श्राप का असर Web Stories|Nazar utarne ka tarika - Dawat~e~Tabligh

अच्छी नज़र का असर भी हक़ है। Nazr-e-bad ka Kissa  हज़रत मूसा अलैहिस्सलाम की बद्दुआ का असर नज़रे बद, बुरी नजर, बद्दुआ, श्राप का असर | Nazar utarne ka tarika- Dawat~e~Tabligh…

इंसान ki भाव और क़ीमत Kab बढ़ती है ? Web Stories|कर्म जो मुसिबत से बचा लेते हैं – Dawat-e-Tabligh

5 जुमले आख़िरत के लिए Web Stories- Dawat-e-Tabligh

मख़्सूस आमाल जो मख़्सूस मुसीबतों से नजात दिला देते हैं। इसमें उन मख़्सूस आमाल का ज़िक्र है जो मख़्सूस मुसीबतों से नजात दिलवाने वाले हैं। ख़ुदा की क़ुदरत Web Stories|कर्म जो मुसिबत से बचा लेते हैं – Dawat-e-Tabligh…

Tahajjud ki कविता Web Stories |अल्लाह की तरफ़ से – Dawat-e-Tabligh

Tahajjud ki कविता |अल्लाह की तरफ़ से - Dawat-e-Tabligh1026_205830

मांगने वाला हो ! जो रिज़्क का तालिब हो मैं रिज़्क उसे दूंगा ! वह माइले तौबा हो मैं माइले बख्शिश हूँ ! वह अपने गुनाहों की कसरत से न घबराये ! मैं रहम से बख़्शृंगा वह शर्म से पछताये ! Tahajjud ki कविता Web Stories |अल्लाह की तरफ़ से – Dawat-e-Tabligh….

Malik और गुलाम का Insaaf | Zulm करने वाले Web Stories | Dawat-e-Tabligh

मालिकों और गुलामों का इन्साफ | Zulm करने वाले | Dawat-e-Tabligh

मेरे कुछ गुलाम हैं जो मुझसे झूठ बोलते हैं और मेरी ख़ियानत करते हैं और मेरी नाफरमानी करते हैं, और मेरी तरफ से यह है कि उनको गालियां देता हूं और सज़ा में मारता भी हूं। अब मेरा और उनका क्या मामला होगा? मालिकों और गुलामों का इन्साफ | Zulm करने वाले Web Stories | Dawat-e-Tabligh

शैतान का फसाना | Shaitan की चलाकिया | Dawat-e-Tabligh

शैतान का फसाना | Shaitan की चलाकिया | Dawat-e-Tabligh

Shaitan मेरी बात क्यों मानी? तुम खुद मुज्मि हो? पैगम्बरों की दावत छोड़कर , हुज्जत और दलील के ज़रिए। मेरे झूठे और बातिल बुलावे पर तुमने क्यों कान धरा। कोई ज़बरदस्ती हाथ पकड़ के तो मैंने तुमसे कुफ़ व शिर्क के काम कराये नहीं। शैतान का फसाना | Shaitan की चलाकिया | Dawat-e-Tabligh….

कौन गुमराह न हो स्केगा ? |आराफ़ क्या है ? |मौत खतम | Dawat-e-Tabligh

कौन गुमराह न हो स्केगा ? |आराफ़ क्या है ? |मौत खतम | Dawat-e-Tabligh

जो Jannat में दाखिल होगा, उसमें हमेशा रहेगा। Jannat में किसी को Maut न आएगी। न उससे निकाले जाएंगे, न निकलना चाहेंगे । कौन गुमराह न हो स्केगा ? |आराफ़ क्या है ? |मौत खतम | Dawat-e-Tabligh….

सिल-ए-रहमी – Rista निभाने से क्या फ़ायदा होता है ? Kin लोगो se kabar में सवाल नहीं होगा ? Part-1 Kin लोगो se kabar में सवाल नहीं होगा ? Part-2 जलने वालों से कैसे बचे ? Dil naram karne ka wazifa