Dimag में दिन भर बुरे विचार आना से कैसे bache ? Dawat~e~Tabligh
आजकल में बसवसों का मरीज़ बन चुका हूं। दिन-ब-दिन बसाविस बढ़ते जा रहे हैं जिससे दिल में शदीद बेक़रारी होती है। Dimag में दिन भर बुरे विचार आना से कैसे bache ? Dawat~e~Tabligh in Hindi..
आजकल में बसवसों का मरीज़ बन चुका हूं। दिन-ब-दिन बसाविस बढ़ते जा रहे हैं जिससे दिल में शदीद बेक़रारी होती है। Dimag में दिन भर बुरे विचार आना से कैसे bache ? Dawat~e~Tabligh in Hindi..