तबियत की ख़राबी | हर तरफ जमाअतें भेज दो | Dawat-e-Tabligh
हयात के आख़िरी लम्हे अब तो मंज़िल तै हो चुकी क्या इसका इन्तिजाम हो जाएगा?’ मरज का आख़िरी और जानलेवा हमला , जकात अदा कर दीजिए Doctor का phone आया, तबियत की ख़राबी | हर तरफ जमाअतें भेज दो | Dawat-e-Tabligh….