Allah अपने बंदो से क्या चाहाते हैं - 2 ?

Allah अपने बंदो से क्या चाहाते हैं - 2 ?

8. मेरे ख़ौफ़ से आंसू बहाकर दो देख,

मगफिरत के दरिया न वहा दूं तो कहना।

9. वफ़ा की लाज निभाकर तो देख,

अता की हद न कर दूं तो कहना। 

10. मेरे नाम की ताज़ीम करके तो देख, 

तकरीम की इंतिहा न कर दूं तो कहना।

11. मेरी राह में निकल कर तो देख,

असरार अयां न कर दूं तो कहना ।

12. मुझे हय्युल कय्यूम मान कर तो देख, 

अबदी हयात का अमीन न बना दूं तो कहना ।

13. अपनी हस्ती को फ़ना करके दो देख, 

जामे वफ़ा से सरफ़राज़ न कर दूं तो कहना ।

14. बिल आख़िर मेरा होकर कर तो देख,

हर किसी को तेरा न बना दूं तो कहना