जब Bade हुए तो क्या देखा Kavita

Gray Frame Corner

इल्म की नुमाइश करनेवालों को, जाहिलों की मज्लिस सजाते देखा ।

ताक़त की नुमाइश करनेवालों को, कमज़ोरों की गुलामी करते देखा।

लोगों के रहम पर पलने वालों को, हमेशा मुफ़्लिस और मोहताजी में देखा।

सब्र व शुक्र करने वालों को, दुनिया में बावकार देखा।

हसद व कीना में जलनेवालों को, रोज़ी की तंगदस्ती में देखा।

गुनाहों में जीनेवालों को, परेशानी के दलदल में धंसते देखा।