Shadi सुधा zindagi bachane के लिए क्या करें ? part-4

आप ससुराली रिश्तेदारों के मुताल्लिक़ कोई बात अपने मैके में न करें।

क्योंकि इस तरह दोनों ख़ानदानों के दर्मियान 

इख़्तिलाफ़ात पैदा होने का ख़दशा होता है। 

अपने सुसर, सास, ननद, जेठ और देवर की इज़्ज़त दिल से करें। 

उन्हें इस तरह समझें जैसे मैके में वालिदेन

और बहन-भाइयों को समझती थीं,

मामूली बातों को दिल पर न लें बल्कि

यह सोचकर खुद को जेहनी तौर पर मुतमईन करें कि जब 

शादी से पहले भी कभी वालिदैन किसी बात पर डॉट देते थे

या बहन-भाइयों से किसी बात पर इख़्तिलाफ़ हो जाता था

तो हम एक दूसरे को जल्दी से मना लिया करते थे

मैके की तरह अगर ससुराल में भी यही सोच और रवैया रखेंगी

तो यक़ीनन ज़ेहनी तौर पर मुतमाइन रहेंगी,

जिससे आपकी तबीयत और मिज़ाज पर भी बहुत असर पड़ेगा।

Shadi सुधा zindagi bachane के लिए क्या करें ? part-4